Monday, February 2, 2009

बच्चों की मनोहारी प्रस्तुति से दर्शक हुए विभोर

नई दिल्ली। देश के इतिहास को दर्शाने की नन्हे-मुन्नों की ललक देखते बनती थी। रंग-बिरंगे परिधानों और किस्म-किस्म के आभूषणों से लकदक बालिकाओं के नृत्य को जिसने भी देखा, मंत्र-मुग्ध हुए बिना नहीं रह सका। वसंत पंचमी एवं मां सरस्वती पूजन पर रोहिणी के सेक्टर-23 स्थित प्रिंस सीनियर सेकेंडरी पब्लिक स्कूल में हुए वार्षिकोत्सव प्रवाह-2009 के दौरान छात्रों ने 'अतुल्य भारत' की मनोहारी झलक प्रस्तुत की।

कार्यक्रम में इंडियन यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक तंवर बतौर मुख्य अतिथि और भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रकाशन विभाग के राष्ट्रीय संयोजक एवं हिंदी संघर्ष वाहिनी के अध्यक्ष डा. राजेश शर्मा विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे।

कछुए-खरगोश की कहानी के अलावा चंदामामा की सशक्त प्रस्तुति दर्शनीय रहीं। बच्चों ने मौके पर पुरातन काल से वर्तमान समय के बीच देश में हुई प्रमुख घटनाओं को बेहतर ढंग से दर्शाया। युद्ध भूमि पर मृत्यु शैया पर पहुंच चुके एक सैनिक की चिट्ठी को जिस सुंदर तरीके से कविता के माध्यम से सुनाया गया, वो नि:संदेह अविस्मरणीय रहा। राजस्थानी नृत्य, पंजाबी गिद्दा और ईद के त्यौहार पर छाने वाली मस्ती का भी उत्कृष्ट प्रदर्शन हुआ।

विशेष अतिथि के रूप में कार्यक्रम में दिल्ली पुलिस के संयुक्त आयुक्त डॉ. पीएस भूषण भी पहुंचे। अशोक तंवर ने अपने संबोधन में कहा कि बच्चों के भविष्य को सुंदर ढंग से संवार कर ही आधुनिकतम भारत के निर्माण की परिकल्पना संभव है।

इस मौके पर हिंदी संघर्ष वाहिनी के अध्यक्ष एवं अक्षुण्ण भारत के कार्यकारी संपादक राजेश शर्मा ने बच्चों से आतंकवाद के विरुद्ध पूरे देश में अलख जगाने का आह्वान किया। समारोह में स्कूल की प्रधानाचार्य कमलेश सोलंकी, चेयरमैन राजेंद्र सिंह और रीना सांगवान समेत सभी शिक्षिकाएं और हजारों अभिभावक भी मौजूद थे।

1 comment:

संगीता पुरी said...

सामान्‍यतया पब्लिक स्‍कूलों में सरस्‍वती पूजा नहीं करवाया जाता है......प्रिंस सीनीयर सेकंडरी स्‍कूल में सरस्‍वती पूजा के उपलक्ष्‍य में इस प्रकार के सांस्‍कृतिक कार्यक्रम के बारे में जानकर खुशी हुई।